शुक्रवार, 6 सितंबर 2019

जिज्ञासा

बच्चा जब घुटनों पर चलता है

सरकता, किलकता, मचलता रहता है

अचानक ठहर कर घुमाता है गर्दन

लक्ष्य करता किसी चीज को

अपलक ताकता रहता है।

वो चाहे खुद की परछाई हो

बूढ़ी दादी या मैं-मैं करती बकरी

या कोई टूटा हुआ खिलोना।

अपलक ताकते बच्चे की आँख

हो जाती फैल कर अंडाकार,

पुतलियाँ बदल जाती एक प्रश्नवाचक चिह्न में

वहीं से शुरू होता सफर

जिज्ञासा के 'जि' का।

केटी
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